रविवार

नज़ीर अकबरबादी के जीवन और कृतित्व पर संस्थान की प्रस्तुति

केंद्रीय हिंदी संस्थान द्वारा शीघ्र प्रस्तुत किया जाने वाला यह साहित्यिक वृत्तचित्र (वीडियो डॉक्युमेंट्री) नज़ीर अकबराबादी के जीवन और रचनाकर्म पर आधारित है।
एक घंटा अवधि की इस फ़िल्म की अधिकांश शूटिंग आगरा और नज़ीर के जीवन एवं काव्य से संबंधित वास्तविक स्थानों पर हुई है।
फिल्म का परिदृश्य और सरोकार नज़ीर की कविताओं जितना ही व्यापक, जीवंत और रंगीन है। इसमें आगरा की ऐतिहासिक-सांस्कृतिक धरोहर को खूबसूरती से फ़िल्माया गया है।
सुप्रसिद्ध कवि, समीक्षक और मीडियाकर्मी श्री देवीप्रसाद मिश्र इस वीडियो डॉक्युमेंट्री फ़िल्म के निर्माता हैं। आप वर्तमान में नॉलेज लिंक्स प्रोडक्शन के मीडिया चीफ़ भी है।
डॉक्युमेंट्री की संनिरीक्षण समिति (रिव्यू कमेटी) में सम्मिलित बाह्य विशेषज्ञ विद्वान हैं - नज़ीर काव्य के प्रथम शोधकर्ता, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़ के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. नज़ीर मुहम्मद, सुप्रसिद्ध रंगकर्मी और क.मुं. विद्यापीठ के विदेशी भाषा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. जितेंद्र रघुवंशी और वरिष्ठ वृत्तचित्र निर्माता और फिल्म समीक्षक श्री रियाज़ ख़ान.



हिंदी के सुलहकुल के लोककवि नज़ीर अकबराबादी के जीवन और रचनाकर्म पर आधारित केंद्रीय हिंदी संस्थान द्वारा शीघ्र प्रस्तुत किए जाने वाले साहित्यिक वृत्तचित्र (वीडियो डॉक्युमेंट्री) के बारे में आगरा के समाचार पत्र DLA News ने  विस्तृत कवर स्टोरी प्रकाशित की। मीडिया की निगाह में यह प्रोजेक्ट क्या मायने रखता है, जानिए...